
पहली बार जंगी जहाज पर दो महिला ऑफिसर्स की तैनाती जाने कौन हैं सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और रीति सिंह
इंडियन नेवी ने लैंगिक असमानता को दूर करने के मकसद एक बड़ा कदम उठाया है। नेवी दो महिला पायलट सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को पहली बार किसी वॉरशिप पर तैनात करने वाली है। हालांकि नेवी में बहुत से लेडी ऑफिसर्स को रैंक के मुताबिक तैनाती मिली हुई है लेकिन यह पहला मौका होगा जब किसी वॉरशिप पर इन लेडी ऑफिसर्स को तैनात किया जाएगा।भारतीय नौसेना के इस ऐतिहासिक फैसले से फ्रंटलाइन जंगी जहाजों पर महिलाओं की तैनाती का रास्ता साफ हो गया है। दोनों महिला अधिकारी भारत की पहली महिला एयरबोर्न टैक्टीशियंस होंगी जो जंगी जहाजों के डेक से काम करेंगी। इसके तहत, वॉरशिप पर एयरक्राफ्ट को टेकऑफ और लैंड कराया जाता है। इसके पहले महिला अफसरों को फिक्स्ड विंग एयरकॉफ्ट तक सीमित रखा गया था। नेवी के प्रवक्ता विवेक मधवाल ने बताया है कि ये दोनों अधिकारी इतिहास में पहली बार आधिकारिक तौर पर किसी भी युद्ध की स्थिति में वॉरशिप में शामिल होने वाली महिलाएं होंगी।
Another Glass Ceiling set to he broken!!
02 lady officers, Sub Lt Kumudini Tyagi & Slt Riti Singh selected for operating as "Observers" (Tactical offrs) in the helicopter stream @indiannavy, paving way for women air combatants operating from frontline warships#HarKaamDeshKeNaam pic.twitter.com/1r4h3Zckox— PRO Defence Kochi (@DefencePROkochi) September 21, 2020
नौसेना ने इस ऐतिहासिक कदम
नौसेना ने इस ऐतिहासिक कदम के लिए 17 ऑफिसर्स में से इन दो को चुना है। नेवी में निश्चित तौर पर यह एक बड़ा बदलाव है। दो युवा लेडी ऑफिसर्स को इस समय कई सेंसर्स से लैस मल्टी रोल हेलीकॉप्टर्स को ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। ये हेलीकॉप्टर सोनार कॉनसोल्स और इंटेलीजेंस सर्विलांस से लैंस हैं। माना जा रहा है कि लेडी ऑफिसर्स नेवी के नए MH-60R हेलीकॉप्टर को उड़ा सकती हैं। इन लीकॉप्टर्स को दुश्मन के जहाज और पनडुब्बियों का पता लगाने में वर्ल्ड क्लास माना जाता है। ये दुश्मन के ऐसे जहाज और पनडुब्बियों का पता लगा सकता है जो मिसाइल और टारपीडो के प्रयोग से एक प्रकार के युद्ध में नौसेना को उलझा सकते हैं।
एयरफोर्स ने भी महिलाओं को दी अहम जिम्मेदारी
नेवी के इस फैसले की खबर भी उसी दिन आई, जब यह पता चला कि वायुसेना ने भी बड़ा कदम उठाया है। राफेल लड़ाकू विमानों को उड़ाने के लिए भी एक महिला पायलट को चुना गया है। वह पायलट इस वक्त कन्वर्जन ट्रेनिंग से गुजर रही हैं। वह जल्द 17 स्क्वाड्रन का हिस्सा बन जाएंगी। करगिल युद्ध में पहली बार एयरफोर्स ने महिला पायलट्स को ऐक्टिव ऑपरेशंस का हिस्सा बनाया था। साल 2016 में सरकार ने महिलाओं को फाइटर फ्लाइंग की अनुमति भी दे दी थी। तब से अबतक 10 महिला पायलट्स कमिशन की गई हैं।