
पति से खाई मार फिर बी ना मानी हार 8 साल बाद मेडल से जवाब,
Feb 23, 2020, 10:07 PM IST यह बात है पंजाब तरनतार गुरशरणप्रीत कौर की है. जिन्होंने अपने पति की पिटाई के बावजूद अपने बुलंद हौसले को हारने नहीं दिया और अपने जज्बे से देश के लिए मेडल जीतकर हमारे पितृ सत्तात्मक समाज पर तमाचा मारा है. गुरशरणप्रीत कौर ने बतया की वो महिला नहीं पुरुष पहलवानों से लड़ती थीं कुश्ती गुरशरण प्रीत कौर ने 37 साल की उम्र में कुश्ती में 8 साल के बाद वापसी की और एक पदक अपने नाम किया. एशियन कुश्ती चैंपियनशिप 2020 में 72 किलोग्राम भार वर्ग में गुरशरण ने कांस्य पदक जीतकर एक नया इतिहास रचा है. गुरशरणप्रीत कौर ने बताया कि जब वे लड़कों के साथ अभ्यास करती थीं तो उनके पति उनको पीटा करते थे. पंजाब के तरनतारन की रहने वालीं गुरशरण ने बताया कि 2013 में उनकी शादी हो गई थी, लेकिन उनके पति उन्हें खेलने नहीं देते थे. लड़कों के साथ कुश्ती नहीं करने देते थे. जब वो लड़कों के साथ अभ्यास करती थीं तो पतिन उन्हें बहुत पीटते थे. इसलिए पति से अलग हो गईं. मुश्किलों से गुजरी गुरशरण की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए. एक वक्त लगा कि रेसलिंग में वापसी काफी मुश्किल है. पति ने छोड़ा, मां ने संभाला करीब 8 साल बाद रेसलिंग रिंग में वापस लौटीं गुरुशरण ने 2018 से फिर से अभ्यास करना शुरू किया. इस दौरान उनकी 4 साल की बेटी की देखभाल उनकी मां ने की. गुरुशरण ने कहा कि उन्होंने जो पदक जीता है वो अपनी मां की मदद से जीता है. उन्होंने उनका हमेशा से साथ दिया है. उन्हें किसी भी चीज की जरूरत होती है तो उनकी मम्मी ही पूरा करती हैं. गुरशणप्रीत कौर का कहना है कि जब पति उन्हें मारता-पीटता था तो मां उनका सहारा होती थीं.