
लॉकडाउन का बना दिया मजाक, कानून सिर्फ गरीबों के लिए लॉकडाउन में शादी-कुमारस्वामी के बेटे की शादी
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल गौड़ा की शादी थी. इस समारोह में लॉकडाउन की भी धज्जी उड़ाई गई और सोशल डिस्टेंसिंग की भी ख्याल नहीं रखा गया था अब सोचने वाली बात यह है की लॉकडाउन, सोशल डिस्टन्सिंग ये सब केवल गरीब और मिडल क्लास के लिए हैं. पासपोर्ट/वीज़ा ले के आने वाली बीमारी का VIPs पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. कोई मरता रहे रोटी के जुगाड़ में
एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी की शादी में बड़ी संख्या में लोग इकठा हुए इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कुमारस्वामी ने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में हुई शादी के दौरान उनकी ओर से सभी सावधानियां बरती गईं। मैं कर्नाटक के डिप्टी सीएम को चैलेंच करते हुए कहता हूं कि अगर कोई भी गड़बड़ी हुई हो तो उस पर कार्रवाई करें। जिलाधिकारी ने शादी समारोह की अनुमति दी थी। साथ ही समारोह में जितने भी वाहन शामिल हुए, सभी का पास था। कुमारस्वामी ने कहा, ‘मैं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं कि अगर हमने कुछ गलत किया है, तो वो कार्रवाई करें.’ शादी के दौरान किसी के भी मास्क न लगाए जाने पर जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने तर्क दिया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन में मास्क लगाना जरूरी नहीं है. जब उनसे सवाल किया गया कि भारत में तो मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है, इस पर कुमारस्वामी ने कहा कि वहां मास्क लगाने की कोई जरूरत नहीं थी.
वहीं, कर्नाटक में अब तक कोरोनावायरस (Coronavirus) के 300 से अधिक केस सामने आए हैं और 13 लोगों को इस राज्य में वायरस के कारण जान गंवानी पड़ी है.सोशल मीडिया पर लोग आरोप लगा रहे हैं कि नेता और आम जनता के लिए अलग-अलग कानून हैं. नेता लॉकडाउन तोड़ते हैं तो उन पर कोई एक्शन नहीं होता, लेकिन मजदूर को पुलिस बीच सड़क पर सजा देती है. ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा है कि क्या कोरोना और कानून सिर्फ गरीबों के लिए है.
इस समय ये तस्वीर विचलित करति है आम आदमी घर में ,परिवार से दूर , ओर इन्हें ViP ट्रीटमेंट मिल रहा है क्या हो रहा है मोदी जी @narendramodi pic.twitter.com/cS7MuERYec
— TIGER_AVINASH (@SHER__AVINASH) April 17, 2020